Thursday, 19 November 2020

kumar vishwas shayari    à¤šंद चेहरे लगेंगे अपने से , खुद को पर बेक़रार मत करना ,  आख़िरश दिल्लगी लगी दिल पर? हम न कहते थे प्यार मत करना…  à¤ªà¤¨ाहो...